पहले कभी जब पिताजी डांटते थे तो लगता था कि.....
वो मुझे प्यार नहीं करते....
अब वो नहीं डांटते,.... कुछ नहीं कहते,..... बात भी नहीं करते..........
सोचता हूँ.....
तब प्यार नहीं करते थे या.......
अब प्यार नहीं करते........
vritant
Monday, January 23, 2012
Monday, December 19, 2011
Wednesday, December 7, 2011
शुभारम्भ
ॐ से शुरू करके ॐ तक जाते हैं
ॐ को अपना बना के ॐ हो जाते हैं
ॐ को पा लेते हैं ॐ में खो जाते हैं
ॐ में खो के ओंकार हो जाते हैं .....
ॐ को अपना बना के ॐ हो जाते हैं
ॐ को पा लेते हैं ॐ में खो जाते हैं
ॐ में खो के ओंकार हो जाते हैं .....
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